Sunday 18 May 2014

भव्य, दिव्य भारत

भव्य, दिव्य भारत

मोदी जी का सपना भव्य ,दिव्य भारत |
मुझे ख़ुशी है की भारत के लोकतंत्र का महाकुम्भ , भारत को अमृत कुण्ड दिल गया |
अब इस अमृत कुण्ड से निकलने वाला अमृत किस-किस को मिलेगा, यह देखना बाकी है;
मेरी तरफ से मोदी जी को बधाई और शुभकामनाए |
भोपाल ने मुझे भी अपना प्यार और आशीर्वाद दिया | लहरों के बीच साहिल पर पहुचना आसान नहीं होता पर हमे कोशिश करते रहना चाहिए |
मैं भोपाल को धन्यवाद देना चाहता हूँ |
आपके आशीर्वाद और वोट के लिए शुक्रिया | मैं यहीं हूँ, जीवन बहुत मौके देगा |
अभी तो बस वन्दे- मातरम  |

भारत माता की जय |

                                                                                                         
गप्पू चतुर्वेदी 

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