भव्य, दिव्य भारत
मोदी जी का सपना
भव्य ,दिव्य भारत |
मुझे ख़ुशी है
की भारत के लोकतंत्र का महाकुम्भ , भारत को अमृत कुण्ड दिल गया |
अब इस अमृत कुण्ड
से निकलने वाला अमृत किस-किस को मिलेगा, यह देखना बाकी है;
मेरी तरफ से मोदी जी को
बधाई और शुभकामनाए |
भोपाल ने मुझे
भी अपना प्यार और आशीर्वाद दिया | लहरों के बीच साहिल पर पहुचना आसान नहीं होता पर
हमे कोशिश करते रहना चाहिए |
मैं भोपाल को
धन्यवाद देना चाहता हूँ |
आपके आशीर्वाद
और वोट के लिए शुक्रिया | मैं यहीं हूँ, जीवन बहुत मौके देगा |
अभी तो बस वन्दे-
मातरम |
भारत माता की
जय |
- गप्पू चतुर्वेदी
-